जयप्रकाश अग्रवाल ने चांदनी चौक में किया जनसंपर्क अभियान , मिला भारी जन समर्थन, समर्थको ने लगाए जिंदाबाद के नारे

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दिल्ली की चांदनी चौक लोक सभा सीट से कांग्रेस के लोकसभा चुनाव के उम्मीदवार जयप्रकाश अग्रवाल ने चांदनी चौक क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान किया , अभियान के दौरान मोहम्मद उस्मान , ज़िला अध्यक्ष , चांदनी चौक भी साथ थे । श्री अग्रवाल को बर्फखाना, कसाब पूरा की जनता ने जोरदार नारों के साथ स्वागत किया और जे पी अग्रवाल को भरोसा दिलाया कि की जनता उनके साथ है और उन्हें रिकॉर्ड वोटों से 23 मई को विजयी बनाएगी।
इस अवसर पर श्री जे पी अग्रवाल ने कहा कि , ” कांग्रेस की असली जान और पहचान कार्यकर्ता ही हैं. मेरी सफलता के पीछे आप सब की अथक मेहनत, कुर्बानी और प्रयास है. मैं आप सब कार्यकर्ताओ का तहे दिल से सम्मान करता हूं और आपके साथ और आपके लिए हमेशा खड़ा रहूंगा . ” ज़िला कांग्रेस अध्यक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्री उस्मान ने कहा, ” मेरा सारे चांदनी चौक के वोटरों से गुज़ारिश है की से 12 मई को अवश्य वोट डाले और कांग्रेस को चांदनी चौक से आप सब के लोकप्रिय नेता और चांदनी चौक निवासी श्री जे पी अग्रवाल जी को रिकॉर्ड वोटों से जीत दिलाये. “
श्री अग्रवाल ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ” बीजेपी नेताओं ने पांच साल पहले अच्छे दिनों का वायदा किया था , लेकिन दिल्ली की जनता को अभी तक उन वायदों के पूरा होने और अच्छे दिनों का इंतजार है। 2014 की चुनावी सभा में किए गए वायदों को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने जुमलेबाजी करार किया था। अब जनता के पास किस मुंह से वोट मांगने मांगने आ रहे है ? पहले वह 2014 में किए गए अपने वायदों को तो पूरा करे और बाद में नए वायदे करे।
कांग्रेस उम्मीदवार ने कहा कि बीजेपी सरकार पांच साल पहले किए गए अपने सभी वायदे भूल गई हैं। अब वह फर्जी राष्ट्रवाद और दिखावटी देशप्रेम के आधार पर वोट मांग रही है। बीजेपी नेता चुनावी सभाओं में सेना के नाम पर वोट मागंते घूम रहे हैं।70 सालों में आज तक किसी सरकार ने देश की सेना के नाम पर वोट नहीं मांगे। जनता बीजेपी सरकार का सारा ढोंग समझती है। अगर बीजेपी सरकार ने पांच साल में कुछ काम किया होता और कारोबारियों, आम आदमी और गरीब वर्गों की समस्याओं का हल किया होता तो उसे सेना के नाम पर वोट मांगने की जरूरत नहीं पड़ती।
जयप्रकाश ने अपने ही अंदाज में बोलते हुए दिल्ली की केजरीवाल सरकार को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को यह बताना चाहिए कि उन्होंने लोगों की समस्याओं को सुलझाने के लिए क्या कदम उठाए? दिल्ली में जब दुकानों की सीलिंग हो रही थी तो केजरीवाल कारोबारियों की मदद करने के लिए आगे क्यों नहीं आए?