कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल ने चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल करने के बाद चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल ने बीजेपी के निवर्तमान सांसद डॉ. हर्षवर्धन को घेरते हुए कहा , “बीजेपी सरकार के कार्यकाल में कारोबारियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। नोटबंदी, जीएसटी और दिल्ली में दुकानों की सीलिंग से व्यापारी काफी परेशान हुए, लेकिन सांसद और कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन ने न तो संसद में व्यापारियों के पक्ष में आवाज उठाई और न ही कैबिनेट में व्यापारियों की समस्याओं को पेश किया। मोदी सरकार ने मुसीबत के समय व्यापारियों की कोई मदद नहीं की। अब कारोबारी सरकार को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठे हैं।”
श्री अग्रवाल ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद जो भी व्यक्ति सरकार बनाए, उसका मकसद केवल सरकार चलाना नहीं होना चाहिए। लोगों के साथ उसकी हमदर्दी हो, जो भी कायदे-कानून बनें, लोगों को सुरक्षा मिलनी चाहिए, लेकिन 2014 लोकसभा चुनाव के बाद इसके उलट देखा गया। व्यापारियों के पास इन 5 सालों में तीन समस्याएं आईं, लेकिन इन तीनों मामलों में सरकार ने व्यापारियों की परेशानी पर कोई ध्यान नहीं दिया।
कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार ने कहा कि जीएसटी से व्यापारी बहुत परेशान हैं। सरकार ने अलग-अलग स्लैब बना दिए। जरा सी गलती होने पर व्यापारियों को जेल का डर दिखाया। सरकार की ओर से कहा गया कि जीएसटी भरने में जरा सी गलती हुई तो आपको जेल होगी। दुकानों की सीलिंग ने व्यापारियों का चैन और हराम कर दिया। नोटबंदी से व्यापारियों पर बुरी तरह पैसा की मार पड़ी। एक-एक पैसे के लिए कारोबारी तड़प गए। उसका नतीजा यह है कि आज तक जबर्दस्त मंदी है। कारखानों में काम बंद हो गया। दुकानदारों की बिक्री बंद हो गई। लोगों को जबर्दस्ती काम से बाहर निकाला गया। उनकी रोजी-रोटी छीनी गई।
उन्होंने कहा कि अगर आप किसी जगह से सांसद हैं तो आपको उस क्षेत्र के लोगों के साथ होना चाहिए। 2006 में भी सीलिंग की समस्या आई थी। उस समय शायद ही कोई कांग्रेसी होगा, जो सड़क पर न उतरा हो। कांग्रेस के दो तीन नेता तो 2006 में जेल गए थे। उन्होंने कहा कि व्यापार आसानी से नहीं होता। बड़ी परेशानी झेलनी पड़ती है। व्यापार के लिए जेवर गिरवी रखते हैं। बैंक से लोन लेना पड़ता है। जब व्यापार ठप होता है तो कारोबारी कर्जे की मार में डूबता है। इसी तरह सीलिंग की समस्या ने व्यापारियों को परेशान किया क्योंकि जिसकी दुकान बंद हो जाएगी, वह जिंदा कैसे रहेगा। तमाम तरह के खर्चे होते हैं। बच्चों की फीस देनी है। रोटी तो खानी ही है। दिल्ली में बीजेपी और आप दोनों पार्टियां आपस में लड़ती रही, लेकिन इन्होंने किसी वर्ग की ओर कोई तवज्जो नहीं दी। अगर हमारी सरकार आती है तो इन मुद्दों पर हम जमकर लड़ाई करेंगे। हमने पहले भी व्यापारियों का साथ दिया है और इस बार भी कारोबारियों का साथ नहीं छोड़ेंगे। अगर मैं सांसद बना तो सामाजिक रूप से लोगों को अपने साथ जोड़ने में कोई कोताही नहीं बरतूंगा।
शोएब इकबाल पूर्व विद्यायक मटिया महल , मोहम्मद उस्मान ज़िला अध्यक्ष , चांदनी चौक , श्री छत्तर सिंह वरिष्ठ कांग्रेस नेता, मोहम्मद इकबाल , पार्षद , दिल्ली गेट एवं सीमा ताहिरा बेगम , पार्षद , जामा मस्जिद भी उपस्थित रहे ।
शोएब इकबाल ने कहा कि जय प्रकाश अग्रवाल जी को
जिताने में मेरा पूजोर समर्थन है, मै अपने तन मन से अग्रवाल जी के साथ हूं । इस बार अग्रवाल जी का जितना निश्चित है क्यों कि जनता अब और दुख बर्दास्त नहीं कर सकती ।
कश्मीरी गेट से पूर्व दिल्ली निगम पार्षद श्री हर्ष शर्मा और उमा शर्मा ने अपने अनेक समर्थकों के साथ बीजेपी पार्टी को छोड़ कांग्रेस का दामन वापस पकड़ा. दोनो ने श्री जे पी अग्रवाल को चांदनी चौक लोक सभा सीट से उनकी जीत के लिए अपना समर्थन की पेशकश की और श्री अग्रवाल को भारी मतो से जिताने का संकल्प लिया