हार्ट फेलियर में एलवीएडी उपचार मरीजों के लिए है एक नई उम्मीद

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लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस (एलवीएडी) एक तरह का मेकैनिकल पंप है, जो कि अंत-करण हृदय की विफलता के कारण हृदय प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा कर रहे रोगियों में प्रत्यारोपित किया जाता है।कार्डियक साइंस के क्षेत्र में लगातार उन्नति हृदय की समस्या के रोगियों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। अच्छी खबर यह है कि एलवीएडी (लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस) धीरे-धीरे उन सभी के लिए वरदान साबित हो रहा है, जो हृदय प्रत्यारोपण के लिए प्रतीक्षा सूची में बाट जोह रहे हैं। सच तो यही है कि इस डिवाइस के इस्तेमाल से लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने से कई लोगों की जान बचाई जा सकती है।

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आमतौर पर दिल की बीमारियां कम उम्र में ही दिख जाती हैं, जिससे दिल का काम बिगड़ जाता है और अंत में दिल काम करना बंद कर देता है। कई रोगियों को, जिन्हें कई बार दिल के दौरे पड़ते हैं, अचानक हार्ट फेल होने के कारण, उनकी मौत हो जाती है। लेकिन, कार्डियोमायोपैथी के रोगियों के लिए यह समस्या, अब समस्या नहीं रही, क्योंकि इस जोन के रोगियों के जीवन को बचाने के लिए एकमात्र उपचार है हृदय प्रत्यारोपण। हालांकि, कई मरीज डोनर हार्ट की अनुपलब्धता के कारण प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा सूची में आज भी खड़े हैं।

क्या है लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस

सीटीवीएस मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के हार्ट ट्रांसप्लांट ऐंड वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइसेज प्रिंसिपल कंसल्टेंट और निदेशक डॉ. केवल कृष्ण के अनुसार, ‘दरअसल, लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस (एलवीएडी) एक तरह का मेकैनिकल पंप है, जो कि अंत-करण हृदय की विफलता के कारण हृदय प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा कर रहे रोगियों में प्रत्यारोपित किया जाता है। साफ शब्दों में कहें तो यह डिवाइस एक बैटरी संचालित मेकैनिकल पंप है, जो हृदय के मुख्य पंपिंग चैम्बर (बाएं वेंट्रिकल) को पूरे शरीर में रक्त पंप करने में मदद करता है। तनाव, खराब जीवनशैली, जंक फूड, शराब और धूम्रपान के सेवन के कारण पूरे देश में हृदय संबंधी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। दिल की विफलता वाले रोगियों की पीड़ा के बारे में बताना जरा मुश्किल काम है, लेकिन उनके लक्षणों के बारे में हमें पता होना चाहिए, जैसे कि हल्की सांस लेने पर सांस फूलना, दोनों पैरों में सूजन, तालू का फूलना, रात में पसीना, नींद में खलल, भूख न लगना आदि आपके हॉर्ट को कमजोर बना देते हैं।’

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हार्ट ट्रांसप्लांट ही एकमात्र उपचार

डॉ. केवल कृष्ण कहते हैं कि ऐसे मामलों में एकमात्र विकल्प और उपचार है हार्ट ट्रांसप्लांट। हालांकि, ऐसे रोगियों में 70 प्रतिशत हार्ट डोनर के इंतजार में मर जाते हैं, लेकिन एलवीएडी ऐसे रोगियों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है, क्योंकि इस डिवाइस से कई लोगों की जान बच गई है। एलवीएडी को एंड-स्टेज हार्ट फेलियर के रोगियों के जीवन स्तर और गुणवत्ता में सुधार के लिए बनाया गया है।

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डॉ. कृष्ण ने यह भी कहा कि जब भी आप सो रहे होते हैं, तो आपका डिवाइस बैटरी पावर पर होगा, जब आप सक्रिय और इलेक्ट्रिकल पावर से जुड़े हुए होते हैं। आपको आपातकालीन बैकअप के रूप में हर समय एक अतिरिक्त नियंत्रक और पूरी तरह से चार्ज बैटरी ( और यदि लागू हो तो पावर केबल्स) की आवश्यकता होगी। इसलिए जब भी आप घर से बाहर निकलें, आपको इस बैकअप उपकरण को अपने साथ ले जाना सुनिश्चित करना होगा।